नई दिल्ली, 8 सितंबर 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने छोटे व्यवसायियों, स्वरोजगार करने वालों और मध्यम वर्ग के लिए एक बड़ी राहत की घोषणा की है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत अब बिना किसी गारंटी के 20 लाख रुपये तक का लोन लिया जा सकता है। पहले इस योजना के तहत अधिकतम 10 लाख रुपये तक का लोन उपलब्ध था, लेकिन अब तरुण श्रेणी में लोन की सीमा को दोगुना कर दिया गया है। यह कदम छोटे और मध्यम उद्यमों (MSMEs) को बढ़ावा देने और रोजगार के नए अवसर पैदा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
मुद्रा योजना क्या है?
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की शुरुआत 8 अप्रैल 2015 को हुई थी। इसका उद्देश्य छोटे और सूक्ष्म उद्यमों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है, ताकि वे अपने व्यवसाय को शुरू कर सकें या उसे बढ़ा सकें। इस योजना के तहत तीन श्रेणियां हैं:
- शिशु: 50,000 रुपये तक का लोन, नए व्यवसाय शुरू करने वालों के लिए।
- किशोर: 50,000 रुपये से 5 लाख रुपये तक का लोन, व्यवसाय को बढ़ाने के लिए।
- तरुण: 5 लाख से 10 लाख रुपये तक का लोन, स्थापित व्यवसायों के लिए। अब इस श्रेणी में लोन की सीमा बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दी गई है।
नई घोषणा के तहत, जिन लोगों ने पहले तरुण श्रेणी में लोन लिया और उसे समय पर चुकाया, वे अब 20 लाख रुपये तक का लोन बिना किसी गारंटी के ले सकते हैं। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो अपने व्यवसाय को और विस्तार देना चाहते हैं।
किसे मिलेगा यह लोन?
यह लोन उन छोटे व्यवसायियों और उद्यमियों के लिए है जो गैर-कृषि और गैर-कॉर्पोरेट क्षेत्र में काम करते हैं। इसमें शामिल हैं:
- छोटे दुकानदार और व्यापारी
- स्टार्टअप्स और महिला उद्यमी
- खाने-पीने से जुड़े व्यवसाय
- फल-सब्जी बेचने वाले
- ट्रांसपोर्ट और सर्विस सेक्टर से जुड़े लोग
- छोटे मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स
लोन लेने के लिए भारतीय नागरिक होना जरूरी है, जिसकी उम्र 18 से 65 वर्ष के बीच हो। आवेदन करने के लिए आपको अपने नजदीकी बैंक, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC), या माइक्रोफाइनेंस संस्थान (MFI) से संपर्क करना होगा। इसके अलावा, JanSamarth पोर्टल (www.jansamarth.in) के जरिए ऑनलाइन आवेदन भी किया जा सकता है।
क्यों है यह योजना खास?
मुद्रा योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके लिए किसी संपत्ति या गारंटर की जरूरत नहीं पड़ती। यह उन लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और पारंपरिक बैंकों से लोन लेने में दिक्कतों का सामना करते हैं। सरकार का दावा है कि इस योजना ने पिछले कुछ वर्षों में 13.5 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला और उन्हें मध्यम वर्ग में शामिल किया।
इसके अलावा, इस योजना में महिलाओं को विशेष प्राथमिकता दी जाती है। आंकड़ों के मुताबिक, मुद्रा लोन लेने वालों में लगभग 70% महिलाएं हैं, और वे समय पर लोन चुकाने में भी सबसे आगे हैं। महिलाओं के लिए NBFC और MFI से मिलने वाले लोन पर 25 बेसिस पॉइंट (0.25%) की ब्याज दर में छूट भी दी जाती है।
20 लाख रुपये तक लोन के फायदे
लोन की सीमा बढ़ाने का फैसला छोटे व्यवसायियों के लिए कई तरह से फायदेमंद है:
- अधिक पूंजी: 20 लाख रुपये तक का लोन व्यवसाय को बढ़ाने, नई तकनीक अपनाने, उत्पादन बढ़ाने और कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने में मदद करेगा।
- वित्तीय अनुशासन को बढ़ावा: यह सुविधा उन लोगों के लिए है जिन्होंने पहले लोन लिया और उसे समय पर चुकाया। इससे जिम्मेदार उधार लेने की आदत को प्रोत्साहन मिलेगा।
- MSME को सपोर्ट: छोटे और मध्यम उद्यम भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। यह योजना उन्हें और मजबूत बनाएगी, जिससे देश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
- कम ब्याज दर: मुद्रा लोन की ब्याज दरें सामान्य लोन की तुलना में कम होती हैं, और यह लोन लेने की प्रक्रिया भी आसान है।
कैसे करें आवेदन?
मुद्रा लोन लेने की प्रक्रिया बेहद सरल है। आप अपने नजदीकी बैंक या वित्तीय संस्थान में जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने व्यवसाय का विवरण, पहचान पत्र, और कुछ बुनियादी दस्तावेज जमा करने होंगे। ऑनलाइन आवेदन के लिए Udyamimitra पोर्टल (www.udyamimitra.in) या JanSamarth पोर्टल का उपयोग किया जा सकता है।
ध्यान दें कि मुद्रा लोन के लिए कोई एजेंट या बिचौलिया नहीं होता। सरकार ने साफ किया है कि लोन लेने के लिए किसी भी व्यक्ति को कमीशन या अतिरिक्त शुल्क नहीं देना चाहिए।
लोन चुकाने की अवधि
मुद्रा लोन की चुकाने की अवधि 12 महीने से लेकर 5 साल तक हो सकती है, जिसमें लचीली EMI की सुविधा दी जाती है। इससे छोटे व्यवसायियों को लोन चुकाने में आसानी होती है।
सरकार का दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कहा, “मुद्रा योजना ने न केवल छोटे व्यवसायियों को आर्थिक सहायता दी है, बल्कि यह देश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद कर रही है।” इस योजना के तहत अब तक 33 लाख करोड़ रुपये से अधिक के लोन बांटे जा चुके हैं, जिससे लाखों लोगों को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर मिले हैं।
आगे की राह
यह कदम न केवल छोटे व्यवसायियों को सशक्त बनाएगा, बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देगा। विशेषज्ञों का मानना है कि लोन की सीमा बढ़ाने से MSME सेक्टर में निवेश बढ़ेगा, जिससे नई नौकरियां पैदा होंगी और मध्यम वर्ग को आर्थिक स्थिरता मिलेगी।
अगर आप भी अपने व्यवसाय को नई ऊंचाइयों तक ले जाना चाहते हैं या नया कारोबार शुरू करने का सपना देख रहे हैं, तो प्रधानमंत्री मुद्रा योजना आपके लिए एक सुनहरा अवसर है। अपने नजदीकी बैंक या ऑनलाइन पोर्टल पर आज ही आवेदन करें और अपने सपनों को हकीकत में बदलें!
स्रोत: livehindustan.com, thehindu.com, ndtv.in