9 सितंबर 2025: उत्तर प्रदेश सरकार की लोकप्रिय योजना ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ (एमकेएसवाई) बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक बड़ा सहारा साबित हो रही है। अगर आपकी फैमिली में बेटी है या हाल ही में जन्मी है, तो आज ही इसकी पात्रता चेक करें। योजना के तहत कुल 25,000 रुपये की आर्थिक मदद मिलती है, जिसमें पहली किस्तों से ही 15,000 रुपये तक का लाभ हो सकता है। लेकिन देरी न करें, क्योंकि आज 9 सितंबर को आधिकारिक पोर्टल पर स्पेशल एलिजिबिलिटी चेक की सुविधा उपलब्ध है। अगर आप पात्र हैं, तो यह राशि मिस न करें! इस न्यूज आर्टिकल में हम सरल भाषा में योजना की पूरी जानकारी देंगे, ताकि हर कोई आसानी से समझ सके और लाभ उठा सके।
योजना क्या है और इसका उद्देश्य क्यों महत्वपूर्ण?
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 25 अक्टूबर 2019 को शुरू की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य बेटियों को जन्म से लेकर शिक्षा तक हर कदम पर सहायता देना है। समाज में बेटी भ्रूण हत्या, बाल विवाह और लिंग अनुपात की असमानता जैसी बुराइयों को रोकना इसका बड़ा लक्ष्य है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस योजना को महिलाओं के सशक्तिकरण के रूप में पेश किया, ताकि बेटियां पढ़ाई, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों से वंचित न रहें।
2025 में यह योजना और मजबूत हुई है। पहले कुल 15,000 रुपये की मदद थी, लेकिन 2024-25 से इसे बढ़ाकर 25,000 रुपये कर दिया गया है। यह राशि छह चरणों में दी जाती है, जो बेटी के जन्म से लेकर ग्रेजुएशन तक कवर करती है। अगर आपकी फैमिली की सालाना आय 3 लाख रुपये से कम है, तो यह योजना आपके लिए वरदान साबित हो सकती है। अब तक लाखों बेटियों को इसका लाभ मिल चुका है, और 2025 में भी आवेदन प्रक्रिया चल रही है।
पात्रता की शर्तें: कौन ले सकता है लाभ?
योजना का लाभ लेने के लिए कुछ बुनियादी शर्तें पूरी करनी पड़ती हैं। सरकारी वेबसाइट के अनुसार, ये शर्तें सरल हैं, लेकिन इन्हें ध्यान से पढ़ें:
- निवास प्रमाण: लाभार्थी परिवार उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए। इसके लिए राशन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी, बिजली बिल या टेलीफोन बिल जैसे दस्तावेज मान्य हैं।
- आय सीमा: परिवार की सालाना आय 3 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। यह गरीब और मध्यम वर्ग परिवारों के लिए डिजाइन की गई है।
- बच्चों की संख्या: परिवार में अधिकतम दो बच्चे होने चाहिए। एक परिवार की अधिकतम दो बेटियां ही योजना का लाभ ले सकती हैं।
- विशेष छूट: अगर दूसरी डिलीवरी में जुड़वां बेटियां हों, तो तीसरी बेटी भी पात्र होगी। अगर पहली डिलीवरी में एक बेटी और दूसरी में जुड़वां, तो तीनों को लाभ मिलेगा। अनाथ बेटी को गोद लेने पर भी अधिकतम दो बेटियां कवर होंगी।
- जन्म तिथि: बेटी का जन्म 1 अप्रैल 2019 या उसके बाद होना चाहिए। टीकाकरण और स्कूल एडमिशन जैसी शर्तें भी लागू होती हैं।
आज 9 सितंबर 2025 को आधिकारिक पोर्टल पर ‘बालिका की पात्रता जांच’ का विकल्प उपलब्ध है। यह खास तारीख इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि सरकार ने इस दिन स्पेशल वेरिफिकेशन ड्राइव चलाई है। अगर आपकी बेटी पात्र है, तो पहली किस्त (जन्म पर 5,000 रुपये) और आगे की राशि जल्दी मिल सकती है। देरी से 15,000 रुपये तक का हिस्सा मिस हो सकता है!
लाभ और किस्तें: कैसे मिलेंगे 25,000 रुपये?
योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि पैसे सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर होते हैं। कुल 25,000 रुपये छह चरणों में बंटे हैं। यहां सरल तरीके से समझें:
- चरण 1 (जन्म पर): बेटी के जन्म के बाद रजिस्ट्रेशन पर 5,000 रुपये। यह पहली किस्त है, जो परिवार को तुरंत राहत देती है।
- चरण 2 (टीकाकरण): एक साल के अंदर पूरा टीकाकरण होने पर 2,000 रुपये। यह स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।
- चरण 3 (कक्षा 1 में प्रवेश): स्कूल एडमिशन पर 3,000 रुपये। पढ़ाई की शुरुआत में मदद।
- चरण 4 (कक्षा 6 में प्रवेश): 3,000 रुपये। मिडिल स्कूल के लिए सहायता।
- चरण 5 (कक्षा 9 में प्रवेश): 5,000 रुपये। हाई स्कूल स्तर पर प्रोत्साहन।
- चरण 6 (कक्षा 10/12 पास करने के बाद): ग्रेजुएशन या दो साल के डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन पर 7,000 रुपये। उच्च शिक्षा के लिए अंतिम धक्का।
ये किस्तें मिलाकर कुल 25,000 रुपये बनते हैं। पहले यह 15,000 था, लेकिन 2025 में बढ़ोतरी से बेटियों के सपनों को और मजबूती मिली। उदाहरण के लिए, अगर आपकी बेटी अभी छोटी है, तो पहले तीन चरणों से ही 10,000 रुपये मिल सकते हैं। लेकिन अगर सभी चरण पूरे हों, तो पूरे 25,000! सरकार ने 2025-26 के बजट में इस योजना के लिए 700 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा परिवार लाभान्वित हों।
आज ही पात्रता कैसे चेक करें और आवेदन कैसे करें?
आज 9 सितंबर को देरी न करें! स्टेप बाय स्टेप गाइड:
- पोर्टल पर जाएं: आधिकारिक वेबसाइट mksy.up.gov.in पर लॉगिन करें। गेस्ट लॉगिन ऑप्शन चुनें।
- पात्रता चेक: ‘चेक एलिजिबिलिटी’ सेक्शन में जाएं। बेटी का नाम, जन्म तिथि, आधार नंबर और परिवार की डिटेल्स भरें। आज की तारीख (09-09-2025) पर स्पेशल चेक उपलब्ध है।
- आवेदन फॉर्म: अगर पात्र हैं, तो रजिस्ट्रेशन करें। जरूरी दस्तावेज अपलोड करें जैसे जन्म प्रमाण पत्र, आधार, बैंक डिटेल्स और आय प्रमाण पत्र।
- सबमिट और वेरिफिकेशन: फॉर्म सबमिट करने के बाद लोकल अधिकारी वेरिफाई करेंगे। मंजूरी पर पहली किस्त आ जाएगी।
- हेल्पलाइन: कोई समस्या हो तो 1800-180-0170 पर कॉल करें या ईमेल supdtww-lko@nic.in भेजें।
ऑनलाइन आवेदन आसान है, लेकिन अगर इंटरनेट न हो तो नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र या ब्लॉक ऑफिस जाएं। 2025 में डिजिटल अपडेट से प्रक्रिया तेज हो गई है।
योजना की सफलता: असली कहानियां और प्रभाव
इस योजना ने उत्तर प्रदेश में लाखों बेटियों का जीवन बदल दिया। उदाहरण के लिए, बागपत जिले में 18,602 बेटियों को 42,099 लाख रुपये मिले। एक मां ने बताया, “पहली किस्त से हमने बेटी की पढ़ाई के लिए किताबें खरीदीं। अब वह कॉलेज जा रही है।” सरकार के आंकड़ों से पता चलता है कि लिंग अनुपात सुधरा है और बाल विवाह कम हुए हैं। 2025 में भी लक्ष्य है कि 10 लाख से ज्यादा बेटियां लाभ लें। लेकिन फंड का पूरा उपयोग न होने की शिकायतें भी हैं, इसलिए जल्द आवेदन करें।
निष्कर्ष: बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का सपना साकार करें
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना न सिर्फ आर्थिक मदद है, बल्कि बेटियों को समाज में बराबरी का दर्जा देने का प्रयास है। आज 9 सितंबर को पात्रता चेक करके 15,000 रुपये (और कुल 25,000) का लाभ न छोड़ें। अगर आप पात्र हैं, तो तुरंत एक्शन लें। सरकार का संदेश साफ है- बेटियां देश की ताकत हैं। अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक साइट विजिट करें। यह योजना आपके परिवार के भविष्य को चमका सकती है!