ANM Course Details In Hindi: ANM कोर्स के बारे मैं पूरी जानकारी

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ANM Course Details In Hindi: क्या आप ANM Course के बारे मैं जनता हैं , तो दोस्तों आप बिलकुल ही सही जगह आये हैं | आप बिलकुल भी चिंता मत कीजिये आपको Deoriatoday की इस Blog पोस्ट के जरिये आपको इस कोर्स के बारे मैं पूरी जानकारी दिया जायेगा | तो चलिए दोस्तों आपको बिना किसी देरी के इस कोर्स बारे मैं जानकारी दिया जाये |

ANM Course क्या होता है ?

ANM Course एक डिप्लोमा कोर्स होता है जिसमे आपको 2 साल का Duration मिलता हैं , इसमे आपको Nursing का कोर्स सिखया जाता है | इसमे आपको मेडिकल के ऑपरेशन थिएटर, इसकी कार्यप्रणाली, विभिन्न प्रकार के उपकरणों और उन्हें संभालने के तरीके के बारे में भी सिखाया जाता है | तो आप भी चाहे तो इस कोर्स करके मेडिकल सेबा मैं घुस सकते हैं जिससे आपको एक अच सैलरी देखने को मिलता है |

ANM एक डिप्लोमा कोर्स है जिसे पूरा करने के बाद विद्यार्थियों को स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में नर्सिंग सहायक और मिडवाइफ (दाई) के रूप में काम करने की क्षमता मिलती है। यह कोर्स मुख्य रूप से महिलाओं और बच्चों की स्वास्थ्य देखभाल पर केंद्रित है और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की डिलीवरी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

ANM कोर्स के जरिये आप मेडिकल फील्ड मै एक नया स्कोप है उमीदबारो के लिये तो जल्दी से जल्दी कोर्स के बारे मै जानकारी ले जिसने ये कोर्स किया हैं | और आप भी एक नया स्कोप इसमे देख सकते हैं आप |

Anm full form in hindi

ANM का फुल फॉर्म हिंदी में “सहायक नर्स दाई” (Auxiliary Nurse Midwifery) होता है |यह एक डिप्लोमा कोर्स है जो मुख्य रूप से महिलाओं और बच्चों की स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित है | ANM कोर्स के माध्यम से विद्यार्थियों को नर्सिंग, प्राथमिक चिकित्सा, और मिडवाइफरी (दाई का कार्य) में प्रशिक्षित किया जाता है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद उम्मीदवार सरकारी और निजी अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों, और गैर-सरकारी संगठनों (NGOs) में नर्सिंग सहायक और मिडवाइफ के रूप में काम कर सकते हैं | यह कोर्स विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की डिलीवरी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है|

ANM कोर्स की अवधि

ANM कोर्स की अवधि सामान्यत: 2 साल की होती है। इस कोर्स के दौरान विद्यार्थियों को नर्सिंग, मिडवाइफरी, और हेल्थकेयर से जुड़े विभिन्न विषयों पर शिक्षा और प्रशिक्षण दिया जाता है | इसके साथ ही, विद्यार्थियों को इंटर्नशिप और फील्ड वर्क के माध्यम से प्रैक्टिकल अनुभव भी प्रदान किया जाता है |

ANM कोर्स के लिए योग्यता

  1. उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा (इंटरमीडिएट) उत्तीर्ण होना चाहिए | सामान्यतः, विज्ञान (बायोलॉजी) स्ट्रीम के छात्रों को प्राथमिकता दी जाती है, लेकिन कुछ संस्थानों में आर्ट्स स्ट्रीम के छात्रों को भी प्रवेश दिया जाता है |
  2. उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 17 वर्ष होनी चाहिए और अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष हो सकती है। कुछ संस्थानों में उम्र सीमा में छूट दी जा सकती है |
  3. उम्मीदवार को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए। इसके लिए प्रवेश प्रक्रिया के दौरान मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट की मांग की जा सकती है |

ANM कोर्स के विषय

  1. कम्युनिटी हेल्थ नर्सिंग: इस विषय में विद्यार्थियों को समुदाय में स्वास्थ्य सेवाओं की योजना, कार्यान्वयन और मूल्यांकन के बारे में सिखाया जाता है। इसमें ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में काम करने के लिए आवश्यक कौशल शामिल होते हैं |
  2. मिडवाइफरी: इस विषय में विद्यार्थियों को गर्भवती महिलाओं की देखभाल, प्रसव, और प्रसव के बाद की देखभाल के बारे में सिखाया जाता है। इसके साथ ही, नवजात शिशु की देखभाल के बारे में भी जानकारी दी जाती है |
  3. हेल्थ प्रमोशन: इस विषय में स्वास्थ्य जागरूकता और स्वास्थ्य संवर्धन के विभिन्न तरीकों के बारे में सिखाया जाता है। इसमें परिवार नियोजन, टीकाकरण, और पोषण जैसी सेवाओं के बारे में भी जानकारी दी जाती है |
  4. प्राथमिक चिकित्सा: इस विषय में आपातकालीन स्थितियों में प्राथमिक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के बारे में सिखाया जाता है। इसमें घावों की सफाई, बैंडेज लगाने, और जीवन रक्षक तकनीकों का प्रशिक्षण शामिल होता है |
  5. स्वास्थ्य शिक्षा: इस विषय में स्वास्थ्य संबंधी जानकारी का प्रचार-प्रसार कैसे किया जाए, इस पर ध्यान केंद्रित किया जाता है | इसमें स्वास्थ्य जागरूकता अभियानों की योजना और क्रियान्वयन के बारे में सिखाया जाता है |

ANM कोर्स कैसे करे

ANM कोर्स में प्रवेश के लिए उम्मीदवारों को विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं और चयन प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है। अधिकांश संस्थानों में प्रवेश प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में होती है:

  1. प्रवेश परीक्षा: कुछ राज्यों और संस्थानों में ANM कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। यह परीक्षा सामान्यतः 12वीं कक्षा के स्तर के प्रश्नों पर आधारित होती है और इसमें विज्ञान, सामान्य ज्ञान, और अंग्रेजी के प्रश्न शामिल होते हैं |
  2. मेरिट लिस्ट: प्रवेश परीक्षा के आधार पर या 12वीं कक्षा के अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है। उच्च मेरिट वाले उम्मीदवारों को प्रवेश के लिए प्राथमिकता दी जाती है |
  3. इंटरव्यू और काउंसलिंग: मेरिट लिस्ट में चयनित उम्मीदवारों को इंटरव्यू और काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है | यहां उनके व्यक्तिगत और शैक्षणिक विवरण की जांच की जाती है और सीट आवंटन किया जाता है |
  4. दस्तावेज़ सत्यापन: चयनित उम्मीदवारों को दस्तावेज़ सत्यापन के लिए अपने शैक्षणिक और व्यक्तिगत दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होते हैं | सभी दस्तावेज़ सत्यापित होने के बाद उम्मीदवार को कोर्स में प्रवेश दिया जाता है |

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ANM कोर्स के बाद करियर संभावनाएं

ANM कोर्स पूरा करने के बाद विद्यार्थियों के पास विभिन्न करियर विकल्प होते हैं। वे निम्नलिखित क्षेत्रों में नौकरी कर सकते हैं:

  1. गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स: ANM पास करने के बाद उम्मीदवार सरकारी अस्पतालों में नर्सिंग सहायक और मिडवाइफ के रूप में काम कर सकते हैं |
  2. प्राइवेट हॉस्पिटल्स: प्राइवेट हॉस्पिटल्स और क्लीनिक्स में भी ANM कोर्स करने वालों की मांग रहती है, जहां वे नर्सिंग सेवाएं प्रदान कर सकते हैं |
  3. एनजीओ और स्वास्थ्य संगठनों: विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों (NGOs) और स्वास्थ्य संगठनों में भी ANM पास उम्मीदवारों की भर्ती होती है, जहां वे स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करते हैं |
  4. कम्युनिटी हेल्थ वर्कर: ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में ANM कोर्स करने वाले लोग कम्युनिटी हेल्थ वर्कर के रूप में काम कर सकते हैं और स्वास्थ्य सेवाओं का प्रचार-प्रसार कर सकते हैं |
  5. स्वयं का क्लिनिक: ANM कोर्स करने के बाद उम्मीदवार अपने खुद के क्लिनिक की स्थापना कर सकते हैं और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर सकते हैं |

ANM कोर्स के फायदे

ANM कोर्स करने के कई फायदे हैं, जैसे:

  1. स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में हमेशा से ही योग्य और प्रशिक्षित पेशेवरों की मांग रहती है, जिससे ANM कोर्स करने वालों को करियर की सुरक्षा मिलती है |
  2. ANM कोर्स की फीस अन्य नर्सिंग कोर्सेज़ की तुलना में कम होती है, जिससे यह कोर्स आर्थिक रूप से भी उपलब्ध है |
  3. ANM कोर्स के माध्यम से उम्मीदवार सीधे तौर पर समाज के स्वास्थ्य में योगदान कर सकते हैं, जो एक सम्मानजनक और संतोषजनक करियर विकल्प है |
  4. ANM कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवार आत्मनिर्भर हो सकते हैं और अपने परिवार और समाज के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं |

ANM Course Details In Hindi के FAQ’s

ANM कोर्स की अवधि कितनी होती है?

ANM कोर्स की अवधि सामान्यतः 2 साल की होती है, जिसमें थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों का समावेश होता है |

ANM कोर्स के लिए न्यूनतम योग्यता क्या है?

ANM कोर्स के लिए उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा (इंटरमीडिएट) उत्तीर्ण होना आवश्यक है। विज्ञान (बायोलॉजी) स्ट्रीम के छात्रों को प्राथमिकता दी जाती है |

में विनोद कैतोलिया, एक हिन्दी ब्लॉगर हूं मे जॉब, न्यूज, एजुकेशन से संबंधित आर्टिकल deoriatoday.com वेबसाइट पर पब्लिश करता हूं, मुझे इस एजुकेशन एंड जॉब के क्षेत्र मे 3 साल se ज्यादा का अनुभव हो चुका है और मे इस ब्लॉग के द्वारा लोगों को नयी और एकदम सही इन्फॉर्मेशन उपलब्घ कराता हूं |

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