Danapur Me Ghumne Ki Jagah – दानापुर में घूमने की 8 जगह

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दानापुर, बिहार के पटना जिले का एक महत्वपूर्ण शहर है। यह शहर अपने ऐतिहासिक महत्व और विविध सांस्कृतिक धरोहरों के लिए जाना जाता है। यहाँ की जीवनशैली, परंपराएं और ऐतिहासिक स्थल पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। दानापुर का इतिहास बहुत पुराना है और यह जगह प्राचीन भारत के गौरवशाली अतीत का साक्षी है। यह स्थान ब्रिटिश काल में भी महत्वपूर्ण था और यहां एक प्रमुख छावनी स्थापित की गई थी।

Danapur Me Ghumne Ki Jagah

ऐसे तो दानपुर में बहुत सारे घूमने की जगह है लेकिन सबसे प्रसिद्ध और प्रमुख घूमने की जगह नीचे दी गई है आप यहां पर घूम के आपके मनोरंजन और ऐतिहासिक ज्ञान को बढ़ा सकते हैं:

खुदा बख्श ओरिएंटल लाइब्रेरी

यह एक महत्वपूर्ण पुस्तकालय हैं या फिर लाइब्रेरी बोल सकते हैं आप जिसमें दुर्लभ और प्राचीन पांडुलिपियों को संग्रह करके रखा गया है। इसमें आपको बहुत ही पुराने ऐतिहासिक चीज देखने को मिलेंगे। प्रमुख तट पर आपको इस समय इतिहास और साहित्य के पुस्तक देखने के लिए मिलेंगे अगर आप पुस्तक प्रेमी हैं तो आपको इधर जरूर घूमना चाहिए।

गोलघर

दानापुर के पास स्थित गोलघर एक ऐतिहासिक और प्राचीनतम भवन है। यह भवन गोलाकार है , और देखने में भी बहुत सुंदर है, इसका आकार 125 मीटर है, और इसकी ऊंचाई 29 मीटर है। अगर आप दानापुर जा रहे हैं तो इसको विकसित करना बिल्कुल ही ना भूले क्योंकि इसको देखने के बाद आपके मन में एक अनोखी खुशी जरूर होगी।

दानापुर छावनी

दानापुर छावनी, बिहार के पटना जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक स्थल है। यह छावनी क्षेत्र ब्रिटिश शासनकाल से जुड़ा है और यहाँ की संरचनाएँ उस समय की स्थापत्य कला और इतिहास का परिचय देती हैं।

दानापुर छावनी का निर्माण ब्रिटिश काल के दौरान 1765 में हुआ था। यह भारत में ब्रिटिश सेना की सबसे पुरानी छावनियों में से एक है। इस छावनी का उद्देश्य भारतीय उपमहाद्वीप में ब्रिटिश सैन्य शक्ति को मजबूत करना था। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय भी यह छावनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रही है।

गुरुद्वारा हांडी साहिब दानापुर

गुरुद्वारा हांडी साहिब, बिहार के पटना जिले के दानापुर में स्थित एक प्रमुख सिख धार्मिक स्थल है। यह गुरुद्वारा सिख धर्म के दसवें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी के जीवन से जुड़ा हुआ है और सिख समुदाय के लिए अत्यधिक श्रद्धा और आस्था का केंद्र है।

गुरुद्वारा हांडी साहिब का निर्माण उस स्थान पर हुआ है जहाँ गुरु गोबिंद सिंह जी के माता-पिता, गुरु तेग बहादुर जी और माता गुजरी जी ठहरे थे। यह स्थान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यहाँ गुरु तेग बहादुर जी ने एक हांडी (बर्तन) में भोजन तैयार किया था और उसे स्थानीय लोगों में वितरित किया था। इसी घटना के कारण इस गुरुद्वारा का नाम ‘हांडी साहिब’ पड़ा।

Water park दानापुर

दानापुर, बिहार में कई आकर्षक स्थल हैं, लेकिन गर्मियों में ठंडक पाने और मज़ेदार समय बिताने के लिए वाटर पार्क एक बेहतरीन विकल्प है। यहाँ का वाटर पार्क स्थानीय लोगों और पर्यटकों दोनों के लिए एक प्रमुख मनोरंजन स्थल है।

वाटर पार्क में विभिन्न प्रकार की जल राइड्स और स्लाइड्स उपलब्ध हैं जो सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए उपयुक्त हैं। यहाँ छोटे बच्चों के लिए किड्स पूल और स्लाइड्स से लेकर युवाओं और वयस्कों के लिए थ्रिलिंग राइड्स तक की व्यवस्था है।

 वाटर पार्क का वेव पूल यहाँ का मुख्य आकर्षण है। इसमें समुद्र जैसी लहरों का अनुभव किया जा सकता है जो पर्यटकों को बेहद पसंद आता है।

श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल

श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल, बिहार की राजधानी पटना में स्थित एक प्रमुख सांस्कृतिक और सामाजिक स्थल है। यह हॉल राज्य के महत्वपूर्ण आयोजनों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और सरकारी समारोहों के लिए प्रसिद्ध है।

श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल का नाम बिहार के महान स्वतंत्रता सेनानी और राज्य के पहले मुख्यमंत्री, डॉ. श्रीकृष्ण सिंह के नाम पर रखा गया है। इस हॉल का निर्माण उनकी स्मृति में किया गया था ताकि यहाँ विभिन्न प्रकार के सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा सकें।

दानापुर चिड़ियाघर

दानापुर, पटना के निकट स्थित एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जो अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के साथ-साथ मनोरंजन स्थलों के लिए भी प्रसिद्ध है। दानापुर चिड़ियाघर यहाँ का एक प्रमुख आकर्षण है, जो बच्चों और परिवारों के लिए एक शानदार पिकनिक स्थल है।

दानापुर चिड़ियाघर, जिसे ‘संजय गांधी जैविक उद्यान’ के नाम से भी जाना जाता है, पटना का प्रमुख चिड़ियाघर है। यह उद्यान बिहार के सबसे बड़े और प्रसिद्ध चिड़ियाघरों में से एक है। यहाँ पर विभिन्न प्रकार के वन्यजीव और पक्षी देखे जा सकते हैं।

यहाँ पर शेर, बाघ, हाथी, हिरण, जिराफ, भालू, और कई अन्य प्रकार के जानवर देखे जा सकते हैं। इन जानवरों को उनके प्राकृतिक आवास के करीब रखने की कोशिश की गई है।

महावीर मंदिर, दानापुर

महावीर मंदिर, दानापुर में स्थित एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जो स्थानीय निवासियों और पर्यटकों के लिए आस्था और श्रद्धा का केंद्र है। यह मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है और यहाँ पर हर दिन बड़ी संख्या में भक्त आते हैं।

महावीर मंदिर, जिसे स्थानीय लोग “हनुमान मंदिर” के नाम से भी जानते हैं, दानापुर में स्थित है। यह मंदिर अपनी पवित्रता, भव्यता और धार्मिक आयोजनों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ पर भक्तगण भगवान हनुमान की पूजा-अर्चना करते हैं और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करते हैं।

 मंदिर में भगवान हनुमान की एक विशाल और सुंदर मूर्ति स्थापित है। मूर्ति की भव्यता और दिव्यता भक्तों को मंत्रमुग्ध कर देती है।

मंदिर में प्रतिदिन विशेष पूजा और आरती का आयोजन होता है। यहाँ की सुबह और शाम की आरती विशेष रूप से दर्शनीय होती है और इसमें शामिल होने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ती है।

दानापुर में घूमने की जगह की FAQ’s

1.दानापुर में घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?

अक्टूबर से मार्च का समय सबसे अच्छा होता है जब मौसम सबसे सुखद रहता है।

2.दानापुर में कौन-कौन से प्रमुख धार्मिक स्थल हैं?

पटना साहिब गुरुद्वारा, महावीर मंदिर और पादरी की हवेली प्रमुख धार्मिक स्थल हैं।

3.दानापुर में क्या खरीदारी की जा सकती है?

हनुमान नगर मार्केट में स्थानीय वस्त्र और हस्तशिल्प की खरीदारी की जा सकती है।

4.दानापुर कैसे पहुँचा जा सकता है?

वायुमार्ग, रेल मार्ग और सड़क मार्ग से दानापुर आसानी से पहुँचा जा सकता है।

5.दानापुर में खाने-पीने की क्या खासियत है?

यहाँ के लिट्टी-चोखा, सत्तू पराठा और मच्छली-भात बहुत प्रसिद्ध हैं।

 

 

 

 

 

 

 

में विनोद कैतोलिया, एक हिन्दी ब्लॉगर हूं मे जॉब, न्यूज, एजुकेशन से संबंधित आर्टिकल deoriatoday.com वेबसाइट पर पब्लिश करता हूं, मुझे इस एजुकेशन एंड जॉब के क्षेत्र मे 3 साल se ज्यादा का अनुभव हो चुका है और मे इस ब्लॉग के द्वारा लोगों को नयी और एकदम सही इन्फॉर्मेशन उपलब्घ कराता हूं |

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