National Pension Yojana NPS क्या है:सेवानिवृत्ति के बाद की वित्तीय सुरक्षा

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National Pension Yojana (NPS): भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक पेंशन योजना है जो भारतीय नागरिकों को उनके सेवानिवृत्ति के बाद नियमित आय सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन की गई है। यह योजना पेंशन फंड विनियामक और विकास प्राधिकरण के तहत कार्य करती है और इसे 2004 में सरकार के कर्मचारियों के लिए अनिवार्य किया गया था, लेकिन 2009 में इसे सभी भारतीय नागरिकों के लिए स्वैच्छिक बना दिया गया। NPS योजना में निवेशक अपनी सेवानिवृत्ति के बाद एक निश्चित आय अर्जित कर सकते हैं।

NPS का मुख्य

  • पेंशन की सुरक्षा: यह योजना सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन की नियमित आय सुनिश्चित करती है, जिससे वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा मिलती है।
  • टैक्स लाभ: NPS निवेश पर आयकर अधिनियम की धारा 80C और 80CCD के तहत के लाभ मिलते हैं।
  • लचीलापन: निवेशक अपने पसंद के अनुसार निवेश के विकल्प चुन सकते हैं और अपने खाते को कहीं से भी ऑनलाइन संचालित कर सकते हैं। इसमें पेंशन निधि और फंड मैनेजर बदलने का विकल्प भी होता है।
  • कम जोखिम: NPS के तहत सरकार द्वारा प्रबंधित पेंशन फंड में निवेश किया जाता है, जिससे निवेशक को निश्चित आय के मुकाबले कुछ जोखिम भी रहता है, लेकिन यह प्रबंधित होता है।

NPS का कार्य और निवेशक प्रक्रिया :

NPS में निवेशक अपनी आय का एक हिस्सा नियमित रूप से पेंशन खाते में जमा करते हैं। यह राशि विभिन्न निवेश विकल्पों में जाती है, जैसे कि सरकारी बांड, कॉर्पोरेट बांड और इक्विटी। यह नीति सेवानिवृत्ति के बाद निवेशक को पेंशन के रूप में दी जाती है। 60 वर्ष की आयु के बाद, निवेशक अपनी कुल राशि का 60% तक एकमुश्त निकाल सकते हैं और 40% को वार्षिक में निवेश किया जाता है, जिससे उन्हें मासिक पेंशन प्राप्त होती है।

NPS के प्रकार:

NPS दो प्रकार के खाते प्रदान करता है।

  • टियर-I खाता (न्यूनतम योगदान): यह खाता सेवानिवृत्ति के बाद की पेंशन को सुनिश्चित करता है और इसमें किसी प्रकार की निकासी पहले नहीं की जा सकती है। केवल सेवानिवृत्ति के बाद ही निकासी की अनुमति है।
  • टियर-I खाता (स्वैच्छिक): यह खाता स्वैच्छिक होता है और इसमें नियमित रूप से निकासी की जा सकती है, लेकिन इसमें टियर-I खाते के मुकाबले कर लाभ नहीं मिलते हैं।

NPS में पात्रता:

  • NPS में भारतीय नागरिक, निवासी और अविनाशी भारतीय शामिल हो सकते हैं।
  • आयु सीमा 18 से 70 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • यह योजना सरकारी निजी स्व-रोजगार वाले कर्मचारियों के लिए उपयुक्त है।

NPS में निवेश करने के फायदे:

  • कर लाभ: NPS में योगदान करने वाले पर आएगा छूट मिलती है। धारा 80 CCD (1) के तहत डेढ़ लाख रुपए तक की छूट मिलती है, जबकि धारा 80 CCD (1B) के तहत अतिरिक्त ₹50,000 की छूट मिलती है।
  • रिटर्न: NPS का रिटर्न मार्केट लिंक होता है, जिसका मतलब है कि निवेश का रिटर्न बाजार की स्थिति और इक्विटी में निवेश के आधार पर भिन्न हो सकता है। एनपीएस में 9% से 12% तक के वार्षिक रिटर्न की संभावना रहती है, जो अन्य पारंपरिक निवेशों के मुकाबले अधिक होता है।
  • लचीलापन: NPS में निवेश को अपने फंड मैनेजर और निवेश विकल्प बदलने का पूरा अधिकार होता है। इसके अलावा, इसे कहीं से भी ऑनलाइन नियंत्रित किया जा सकता है।
  • नियंत्रण और विनियमन: NPS को PFRDA द्वारा नियंत्रित किया जाता है और इसे पारदर्शी तरीके से विनियमित किया जाता है। इसमें फंड प्रबंधन की निगरानी भी की जाती है ताकि निवेशक के हितों की रक्षा हो सके।

NPS में योगदान कैसे करें

  • ऑनलाइन प्रक्रिया: NPS खाता ऑनलाइन खोला जा सकता है। इसमें निवेशक को अपने पैन कार्ड, आधार कार्ड और मोबाइल नंबर का उपयोग करना होता है। ओटीपी के माध्यम से पंजीकरण किया जाता है और फिर एक स्थायी सेवानिवृत्ति खाता संख्या (PRAN) जारी की जाती है।
  • ऑफलाइन प्रक्रिया: निवेदक नजदीकी पॉइंट ऑफ़ प्रेजेंस (POP) से भी NPS खाता खोल सकते हैं। इसके लिए कुछ दस्तावेज़ की आवश्यकता होती है और एक पारंपरिक निवेश (₹500 प्रति महीना) करना होता है।

NPS का रिटर्न और ब्याज दर

NPS में निवेश किए गए पैसे का रिटर्न पूरी तरह से निवेश के द्वारा चुने गए फंड मैनेजर और संपत्ति वर्ग (इक्विटी, सरकारी बांड आदि) पर निर्भर करता है। इस प्रकार के निवेशकों में 6% से 14% तक का रिटर्न हो सकता है, जो पारंपरिक निवेशकों जैसे कि PPF या FD से अधिक होता है। उदाहरण के लिए, टियर-I खाते में विभिन्न योजनाओं के रिटर्न के आंकड़े इस प्रकार हैं:

  • योजना E (इक्विटी): 1 वर्ष का रिटर्न 31.52% से 40.31% के बीच हो सकता है।
  • योजना G (सरकारी ब्रांड): 1 वर्ष का रिटर्न 8.7% से 9.36% हो सकता है।

NPS के लिए कर लाभ

NPS में योगदान करने पर कर्मचारियों को कई तरह के कर लाभ मिलते हैं, जैसे

  • स्वयं के योगदान पर कर लाभ: धारा 80C के तहत डेढ़ लाख रुपए तक की छूट मिलती है।
  • नियोक्ता के योगदान पर कर लाभ: नियोक्ता द्वारा किए गए योगदान पर 10% तक का लाभ मिलता है।
  • स्व-रोजगार करने वालों के लिए कर लाभ: वे अपने योगदान पर 20% तक कर कटौती का लाभ उठा सकते हैं।

NPS से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण नियम

  • सेवानिवृत्ति के 60% राशि निकाली जा सकती है जबकि 40% राशि वार्षिक में लगाई जाती है।
  • यदि कुल राशि 5 लाख रुपए से कम है, तो पूरी राशि एक मूत्र में निकल जा सकती है।
  • समय से पहले निकासी में कुल शर्तें होती हैं जैसे कि 80% राशि को वार्षिक के लिए इस्तेमाल करना होता है।

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निष्कर्ष

राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) एक प्रणाली और लचीला सेवानिवृत्ति योजना है जो न केवल आपको सेवानिवृत्ति के बाद नियमित आय सुनिश्चित करती है, बल्कि इसमें आपको टैक्स लाभ और उच्च रिटर्न भी प्राप्त होते हैं। यह योजना एक सुविचारित निवेश विकल्प है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो अपने सेवानिवृत्ति के लिए पहले से योजना बनाना चाहते हैं।

मै रिया शर्मा पिछ्ले 3 सालो से हिंदी में कंटेंट राइटिंग कर रही हूँ| मै योजना,नौकरी और बिजनेस अवधारणा में विशेषज्ञ लेखक हूँ| मै 'देवरिया टुडे' के माध्यम से योजना, व्यवसाय,नौकरी से संबंधित जानकारी आप तक पहुंचती हूँ|

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